मुहब्बत की एक अजीबो गरीब प्रेम कहानी / a real dangerous love story - मस्त मस्त हिंदी कहानियाँ

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शनिवार, 15 अप्रैल 2017

मुहब्बत की एक अजीबो गरीब प्रेम कहानी / a real dangerous love story

दोस्तो आज के इस युग मे आज से क्या बल्कि बहुत पहले से ही जब से ईशबर ने इंसान के सीने में दिल दिया है तब से और आज तक सायद ही ऐसा कोई इंसान हो जिस ने कभी ना कभी किसी से प्यार ना किया हो ....!चाहे बो कैसे भी और किसी भी रूप में हो ।

दोस्तो हर इंसान चाहता है के उस का  पार्टनर खूबसूरत और सुंदर होना चाहिए ।

कोई भी काला या बदसूरत पासन्द नही करता । पर आपको शायद ये पता नही के खूबसूरती तो चंद दिनों की होती है असल तो मुहब्बत कायम रहती है । पार्टनर चाहे कैसा भी हो लेकिन अगर उस के अंदर आपके लिए मुहब्बत है तो आपके पास दुनिया की सारी खुशियां है और मुहब्बत नही है तो उस के पास चाहे दुनिया की सारी दौलत हो लेकिन उस की ज़िंदगी  उसे अच्छी नही लगती ।

दोस्तो आज मैं आपके सामने एक ऐसी ही प्रेम कहानी लेकर आया हु जिसे पड़ कर आप सोचने पर मजबूर हो जाएंगे ।

एक सहर में एक ब्यापारी का लड़का रहता था । जो कि बहुत ही नटखट था । बो बहुत ही सुंदर और चालाक था ।



 हमेसा मौज़ मस्ती । दिन भर दोस्तो के साथ रहना , खाना पीना , आशिकी और दिल लगी करना सब एक खेल सा था उस के लिए  लकडियाँ पटाना । उन से पैसे ऐठना सब उस के लिए आसान था । बो जिस कॉलेगा में पड़ता था उस कॉलेज में उस ने कई लड़कियों से फ्रेंडशिप कर रखी थी ।

लोग उसे आशिक के नाम से पुकारते थे क्यो की उस का काम ही यही था ।

लेकिन उस के अंदर एक आदत अच्छी थी के बो हमेसा गरीबो का मसीहा बन के रहता था ।





गरीबो की मदत करना उसे बहुत अच्छा लगता था और जो गरीबो की मदत करता था बो भी उसे अच्छा लगता था ।

उसी कॉलेज में एक लड़की पड़ने के लिए आई जिस का नाम था रेस्मा ।

रेस्मा सुंदर तो नही थी पर बोलते है ना सुसील सीधी और दिल खुश लड़की थी ।

रेस्मा एक मीडियम घर से थी । जिस के पिता एक संस्था में क़िलर्क थे और उसे अच्छी तनखा भी मिल जाती थी । बचपन मे रेस्मा के चहरे पर गर्म तेल गिर जाने से उस का पूरा चहरा जल गया था


 और घर की स्थिति अच्छी ना होने की बजह से उस का अच्छे से इलाज भी नही हो सका जिस से उस के चहरे पर एक बड़ा निसान बन गया और बो एक बदसूरत सी दिखने लगी थी । इस कारण बो बेचारी अपने चहरे को अधिकतर ढक कर रहती थी



 । और उस की ना ही कोई दोस्त थी क्यो की बो बदसूरत थी इस लिए । लोग उस का कभी कभी माजाक भी उड़ाया करते थे । लेकिन बो किसी का बुरा नही मानती और अपनी मस्ती में मस्त रहती थी ।

एक दिन बो कॉलेज जा रही थी के आशिक रास्ते मे अपने दोस्तों के साथ बैठा था और जब उस ने रेस्मा को आता हुआ देखा तो उसने उसका माजाक उड़ाना सिरु कर दिया और तालिया पीट पीट कर हसना सिरु कर दिया । बो बेचारी अपनी गर्दन झुकाये सीधे चले जा रही थी । की रास्ते मे अचानक एक भिखारी आ गया और भूख और प्यास के हालात जाहिर करने लगा तो रेस्मा ने अपनी पानी की बोतल और खाने का टिफन उसे थमा दिया और खुद उस दिन भूकी रही ।




आशिक एक लड़की से प्यार करता था जिस का नाम है तमन्ना । ये बहुत ही खूबसूरत थी लेकिन साथ ही बहुत ही चालाक किस्म की आइटम थी ।




। इस के आशिक जैसे ना जाने कितने आशिक थे । बस इस का काम था सब को टोपी पहनाना । मतलब  सब से पैसे ऐठना ।

आशिक के पिता ने आशिक के लिए एक मोटरसाइकिल दिला रखी थी




जिस से बह रोजाना कॉलेज आता था और उसी बाइक से दिन भर घूमता । एक दिन आशिक किसी की चार पहिये की गाड़ी को ले आया जिस से बह पूरे दिन एक्सन झाड़ता रहा । कभी उसे तेज़ चला रहा है कभी क्या कर रहा है कभी क्या....!!






ऐसे ही ऐसे में गाड़ी एक पेड़ से जा लगी और गाड़ी की दोनों लाइट और भी बहुत सा नुकसान आ गया था ।





जब ये बात गाड़ी के मालिक को पता लगी तो उसने आशिक से कह दिया के अगर पांच घण्टे के अंदर गाड़ी सही नही हुई तो तेरी हालत खराब कर दूंगा । पूरे कॉलेज के सामने तुझे नांगा कर के घुमाउंगा और बहुत बुरी इंसल्ट करूँगा । और घसीटत हुआ थाने ले जाऊंगा ।

आशिक ने भी उसे गुस्से में कुछ अप्सब्द बोल दिया और बोल दिया के तेरी गाड़ी ठीक हो जाएगी जा ।

गाड़ी में कुल खर्च 10000 रुपये था । लेकिन कहाँ से करे ...?

घर बाले हजार सबाल करेंगे और डांटेंगे जो अलग । आशिक पहले तो सोच रहा था के मेने मेरी गर्लफ्रैंड को बहुत रुपये दिए है बो आज मेरी मदत जरूर करेगी ।

और बो तमन्ना के पास गया ।

तो तमन्ना ने उस की तमन्नाओ पर पानी फेर दिया और उस की बहुत बुरी तरहा से  बेअज़्ज़ती की के अगर गाड़ी चलाने का शौक रखता है तो तेरे बाप से बोल बो दिलाएगा ।

दुसरो की से क्यो ऐश कर रहा है 

मेरे पास कुछ नही है इतना कह कर बो अपने काम मे लग गई ।

उसने कई दोस्तो के सामने हाथ फैलाये लेकिन सब ने कोई ना कोई बहाना बना दिया । बो अपने पिताजी के डर से घर भी नही जा रहा था  बो उदास होकर उसी गाड़ी के पास आ गया जो फूटी हुई पड़ी थी । बो अपने सिर को अपने पैरो में डाले गम में डूबा हुआ था के अचानक रेस्मा को ये पूरी सारी स्टोरी जब पता चली तो उस के पास गई और अपने बैग से 10000 रुपये निकल कर उसे दे दिए इससे पहले की आशिक कुछ बोलता बो वहाँ से चली गई ।

रेस्मा के पास अब सिर्फ 10 रुपये बचे थे जो कि उस ने सफर के किराए के लिए रख रखे थे । तो एक भिखारी उस के सामने आया और बोला के खाना खाना है तो बी भी दे दिए और पैदल अपने घर के लिए गई ।

आशिक ने जब पूरी जानकारी की तो पता लगा के ये रेस्मा थी जो कि कॉलेज की फीस जमा कराने के लिए 10000 हजार रुपये लाई थी । आशिक ने उस गाड़ी को बनबा कर उस के मालिक को सौप दिया । आशिक के सामने अब उन के सब दोस्तो का चहरा आ गया था के कौन कैसा है । जिस लड़की से वह नफरत करता था और उस का माजाक उड़ाता था आज बो ही उस के काम आई है .....!!! आशिक ये बात बार बार सोच रहा । आशिक अपने घर गया और जैसे तैसे 10000 का इंतज़ाम किया और कॉलेज में रेस्मा की फीस भर दी । ये बात रेस्मा को जब पता लगी जब उस के एक टीचर ने उसे बताई ।

लेकिन अब आशिक के दिल पर ना जाने क्या हो गया और बो अब रेस्मा को पसन्द करने लगा । बो रेस्मा से प्यार करने लगा । हर बक्त उस की एक झलक पाने के लिए तरशता था । उसके दोस्तो को जब ये बात पता लगी तो उस का मज़ाक उड़ाना सिरु कर दिया । लेकिन बो तो अब उस के प्यार में दीवाना हो चुका था । और रेस्मा को ये बात पता नही थी के आशिक मेरा आशिक हो गया है । एक दिन रेस्मा अपने कॉलेज जा रही थी तो आशिक उस के पीछे हो लिया । रेस्मा कहि रुकती तो आशिक भी रुक जाता ...। आशिक उस से अपने दिल की बात कहना चाहता था लेकिन हिम्मत नही हो रही थी क्यो की रेस्मा प्यार मुहब्बत पर बिसबास नही करती थी । जब बार बार उसने इसे अपने पीछे आता देखा तो रेस्मा के दिल मे ख्याल आया के ये मेरे पीछे क्यो पड़ रहा है आखिर क्या बात हो सकती है ..?

क्या ये आज फिर मेरा माजाक उड़ाने की सोच रहा है । रेस्मा के दिल मे ये बात अभी तक नही आई थी के अब ये मुझे चाहने लगा है उस के दिल मे तो सिर्फ ये ख्याल था के सायद ये कोई गलत इरादे से मेरे पीछे पड़ा है ।

पर फिर भी बो किसी बात पर ध्यान नही देते हुए सीधे कालेज चली गई ।

फिर दूसरे दिन जब रेस्मा कॉलेज आ रही थी तो फिर आशिक रास्ते से उस के पीछे लग लिया । अब की बार रेस्मा को गुस्सा आया और बो रास्ता काटते हुए सीधे पुलिस स्टेसन पहुच गई ।






आशिक भी उस के पीछे से पहुच गया लेकिन आशिक गेट के बाहर दिबाल की बगल में छुप गया ताकि बातो को सुन सके ।

रेस्मा ने अंदर जाकर बैठे पुलिसकर्मी से कहा के सर एक मनचला लड़का मुझे दो तीन दिन से लगातार परेसान किये जा रहा है ।

पुलिसकर्मी ने उस को देखा , तो जोर जोर से हँसने लगा और अपने पास बैठे पुलिसकर्मियों को बुलाकर और उस को दिखाकर हँसने लगा और बे भी हँसने लगे....

आप सायद सोच रहे होंगे कि आखिर बो क्यो हस रहे थे ?

लेकिन आप फिर भूल गय के रेस्मा का चहरा बहुत बुरी तरह से जला हुआ था ।

फिर बो पुलिसकर्मी बोला के ओय लड़की सुकर कर के तुझे कोई लड़का छेड़ रहा है ।

किस लड़के की आँख फुट गई जो तुझे छेड़ रहा है ।

फिर हँसने लगे ....

तो रेस्मा रोने लग गई तो उस की रोने की आबाज सुन कर आशिक थाने के अंदर आया और उस पुलिस बाले से बोला के में छेड़ रहा था इसे , मेरी आँखें फूट गई है .........

क्यो की मैं इसे प्यार करता हु ।

 चाहता हु मैं इसे ।

तो पुलिसबाला बोला के यार तू कहाँ ये कहा ...??

इंस्पेक्टर सहाब प्यार चहरे को देखकर नही किया जाता ...!

प्यार दिल से किया जाता है ।




 और ये प्यार मैने इससे दिल से किया है अब इसे पाने के लिए मुझे कोई भी हद पार करनी पड़े तो मैं करूँगा ।

इतना सुन कर रेस्मा उसे देखने लगी ....

और बहाँ से निकल कर सीधी अपने घर की तरफ दौड़ने लगी ।

इधर थाने में बैठे पुलिसकर्मियों में से एक बोला के सर ये तो प्यार का मामला है इसे जाने दो ....!

तो उसे इंस्पेक्टर ने कोई सजा ना दी और उसे जाने दिया ।

रेस्मा समझ नही पा रही थी के आखिर ये हो क्या रहा है ।

रेस्मा को अब भी आशिक पर बिसबास नही था क्यो की बो मनचलो लड़को में सुमार था ।

रेस्मा के दिल मे अब तरह तरह के ख्याल आने लगे कभी बो सोचती के

आशिक को मुझ में आखिर ऐसा क्या दिख गया जिस से बो मेरा दिबाना हो गया ...!

कहि ऐसा तो नही के आशिक और लड़कियों की तरह मेरे साथ भी खिलबाड़ कर रहा हो ?

कहि ऐसा तो नही के बो सब इस लिए कर रहा हो के बो मुझ से पैसे ऐठना चाहता हो ...?

कहि ऐसा तो नही के बो मेरी इज़्ज़त के साथ खेलना चाहता हो..?

ऐसा सोचते सोचते उसे कब नींद आ गई उसे कुछ पता भी नही चला । सुबह जब कॉलेज के लिए आई तो वह फिर अपने उसी पुराने अंदाज़ में , चेहरा छिपा हुआ । गर्दन नीची कर के सीधी अपनी अपनी किलास की ओर चली जा रही थी । लेकिन किसी तरह ये बात तमन्ना को पता लग गई के आशिक का दिल रेस्मा पर आ गया है क्यो की आशिक ने तमन्ना से अब बोलना बंद कर दिया । तमन्ना  ने अपनी कुछ सहेलियों के साथ उसे रोक लिया और उस के चहरे से कपड़े को फेक  दिया उसे बे नाकाब कर दिया । और उस का पूरे कॉलेज की लड़कियों और लड़कों के सामने माजाक बनाया । के अचानक ये बात आशिक को पता लग गई और बो सीधा उसी जगह भागता हुआ आया और तमन्ना को एक जोर दार तमाचा मारा । फिर बो कपड़ा उठा कर रेस्मा को उड़ाया रेस्मा ने बो कपड़ा लिया और रोती हुई अपने घर की तरफ चली गई । आशिक उस के पीछे लग लिया उसने आशिक को आते देखा तो उस से कहा के आप मेरा पीछा छोड़ क्यो नही देते । आखिर क्या चाहते हो तुम मुझ से तुम ने मेरा जीना हराम कर दिया । तो आशिक ने उस से कहा के में तुमसे प्यार करता हु और तुम्हे किसी भी हाल में पाना चाहता । में अपने आप को समझा लेता हूं लेकिन ना जाने क्यों ये दिल तेरे दीदार के बगैर नही रह सकता । में तुम्हारे लिए जान भी दे सकता हु

रेस्मा बात को समझो...

तो रेस्मा बोली के मुझे तुम से कोई भी मतलब नही । भाड़ में जाओ......

आशिक :-  रेस्मा मैं मर जाऊंगा तुम्हारे बिना ....।।।

रेस्मा :- तो मर जाओ..!

रेस्मा इतना कह कर अपने घर की तरफ चल दी और मुड कर भी नही देखा ।

आशिक के सर पर तो आशिकी सबार थी और उस के ऊपर इस बात से ना जाने क्या हो गया के बो सड़क पार कर रहा है लेकिन उसे कुछ होस नही सीधा गम में चला जा रहा । ना तो बो ट्राफिक को देख रहा है और ना ही किसी की कुछ सुन रहा है । सीधा चला जा रहा है कि अचानक ही एक स्पीड से आ रही कार के सामने आ गया तो कार बाले ने काफी ब्रेक लगाकर उसे बचाने की कोसिस की लेकिन जा ठुकी और आशिक बुरी तरहा से जाखमी हो गया ।

उसे सीधा अस्पताल पहुचाया गया । जहाँ डॉक्टरों ने उसे उसे एडमिट कर लिया । दूसरे दिन जब ये बात रेस्मा को पता चली तो बो भागती हुई सीधी अस्पताल पहुची और उसे देखकर रोने लगी । आशिक को जब होश आया तो उसने रेस्मा को अपने पास पाया तो बहुत खुश हुआ । रेस्मा ने आशिक से माफी मांगी

और रोते हुए बोली क्या आप सच मे मुझ से प्यार करते ...????

आशिक :- तेरे लिए जान भी हाजिर है ।

रेस्मा :- मैं तुम्हे पासन्द कैसे आ गई मै  इतनी सुंदर नही हु  ..???

आशिक :- मुझे तेरे  अखलाख ( नेचर ) पसन्द आया और मुझे तेरी हर एक अदा से प्यार हो गया । इस बहसि जमाने मे भी तेरे अंदर अभी लोगो के लिए दया और प्यार भरा हुआ है । मुझे ऐसा ही जीवनसाथी चाहिए जो लोगो के प्रति दया और करुणा रखती हो मैं अब एक पल भी तेरे बिना नही रह सकता ।

कुछ दिन के बाद आशिक को अस्पताल से छुट्टी मिल गई और फिर दोनों में बेइंतहा मुहब्बत सिरु हो गई । लोग आशिक का माजाक उड़ाते जब उस को आशिक के साथ देखते । आशिक ने रेस्मा के चहरे की पिलास्टिक सर्जरी कराने की सोची और पैसे का इंतज़ाम करना सिरु कर दिया । आशिक एक ऐसा इंसान था जो अपने पर्सनल मामले में अपने घर बालो को नही लाता था । बो अपनी परेशानी का खुद ही हल निकालता था । बहुत दौड़ भाग के बाद कुछ पैसो को इंतज़ाम हुआ पर अब भी पैसे  कम थे तो आशिक ने अपनी गाड़ी बेच दी ।ये बात अभी रेस्मा को पता नही थी के आशिक उसका इलाज कराना चाहता है और उस के लिए उसने अपनी बाइक तक बेच दी है । उसने पैसे अपने पास रखे । रेस्मा से आशिक बोला के में दो तीन दिन के लिए बाहर जा रहा हु और आप भी मेरे साथ चलोगी । और तुम अपने घर से किसी भी बहाने  से बता देना के उसे आने में तीन दिन लगेंगे । रेस्मा उस की बात का मना नही कर सकती । उस ने अपने घर बालो को मनाया और निकल गए आशिक उसे एक शहर के बड़े से अस्पताल में  ले गया । रेस्मा कंफयूस हो गई के ये तो घूमने की बोल रहा था ये यहां अस्पताल में क्यो ले आया ...????

उसके बार बार पूछने पर आशिक ने बताया के में तेरे चहरे का इलाज कराने आया हु । रेस्मा को गुस्सा आया और बोली के आप को क्या जरूरत थी । अभी आपके पास पैसा भी नही था ? फिर

रेस्मा ने पैसो के बारे में पूछा तो बताया के पिताजी ने दिए है मेने पिताजी को सब कुछ बोल दिया है । और पिताजी हमारी शादी ही कर देंगे । रेस्मा बहुत समझाने के बाद मान गई । फिर उस का उस अस्पताल में इलाज हुआ और जब उसका चहरा ठीक हो गया तो कसम से कयामत ढहा गई । इतनी खूबसूत के सायद ही पूरे कॉलेज में उस जैसी कोई लड़की हो ।





जब उसे आशिक ने देखा तो अपने आप को बड़ी मुश्किल से सँभाला । उस के बाद में बो रेस्मा को अपने घर ले गया और अपने पिताजी को पूरी कहानी सुना दी और बोल दिया के में शादी इसी से करूँगा चाहे आप कुछ भी कहो ।।।

उस की सुंदरता देखकर उस की माँ राज़ी हो गई और माँ राजी तो बाप राजी ।

फिर आशिक उसे लेकर रेस्मा के घर पहुच गया । उसके घर बाले रेस्मा को नही पहचाने लेकिन जब उस ने अपने घर बालो के सामने कुछ लफ्ज़ मुह से बोले तो उस के घर  बाले उसे उसकी आबाज से उसे पहचाने । उसके घर बालो को रेस्मा ने पुरी कहानी सुना और बोल दिया के में आंशिक से ही शादी करूँगी ।

उसकी माँ बोली के जो इंसान एक बदसूरत लड़की से बेइन्तहां मुहब्बत करता है तो उस के इस रूप पर तो बो जान लुटा देगा । और ऐसा कह कर रेस्मा के घर बाले भी मान गए ।

फिर दोनों की शादी हो गई और बो दोनों  खूब खुस रहने लगे ।

तो दोस्तो ये है मुहब्बत की दास्तान । खूबसूरती तो हर इंसान के पास होती है दोस्तो असल है मुहब्बत ....!! दोस्तो मुहब्बत के बारे में मेरी तरफ से कुछ ये सेर सायरी है जिसे आप पड़ लिंगे तो कहिंगे ...

बाह......

बाह.....



                  एय बेइंतहाई मुहब्बत।             


 मुहब्बत की नही जाती मुहब्बत हो जाती है !  

लेकिन जिन की किस्मत को लिखा  हो फुरसत से खुदा ने !💜💜💜💜💜💜💜

ये उनकी जिंदगी में आती है !!



मै भी निकाला था मुहब्बत को पाने के लिए चन्द पैसे लेकर !

पैसे ग्बाये बक्त खफाया लेकिन मेरे जीबन में मुहब्बत का एक लमहा ना आया !!💝💝💝💝💝💝💝


बाद में पता लगा के मेरी किस्मत में तो सिर्फ गमो का साया है !

 मुहब्बत तो है उनके लिए जिनको खुदा ने खुद मुहब्बत से बानाया है !!💙💙💙💙💙💙💙



मुहब्बत के चंद लम्हो  को पाने के लिए दुनिया गबा दी है  मेने !!

अरे मुहब्बत के खुदा को क्या पता ,

मुहब्बत  को पाने के लिए कितनी बफा की है मेने !💙💙💙💙💙💙💙💙💙



मुहब्बत करने बालो पर जमाना सितम पे सितम ढाता है ,

लेकिन ये नादान जमाना क्या जाने   के ये सितम उन की मुहब्बत को और बढ़ाता है !!💙💙💙💙💙💙



मुहब्बत बना देती है इंसान को ऐसा  पागल और दिबाना !

के बिना महबूब के खाली  सा लगता है ये सारा जमाना !!💓💓💓💓💓💓💓💓



महलो को छोड़ कर महबूब की बाहो को बना लेती  है मुहब्बत अपना आशियाना !

मुहब्बत  चीज़ है  ऐसी  जो समा को भी बना देती है ना भुजने बाला  परबाना !!❤❤❤❤❤❤❤❤


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