:- ज़िन्दगी का सुख इसमें है :-
एय इंसान निकाल दिया तूने बक्त को दौलत के इस झमेले में ।।
अरे जिंदगी कितनी खूबसूरत है तू सोच कभी ये अकेले में ।
Hello friends .....
आज में आपकों बताऊंगा की हम जिंदगी के सुख के लिए कयो परेसान है । उसे खुसी कयो नही मिल रही जब की उस के पास जिंदगी जीने का हर नुष्का यानी दौलत सोहरत लेकिन फिर भी उस की ज़िन्दगी में सुख नही है ऐसा क्यों ? ये में आपको बताता हु.. . ..!
ज़िन्दगी में सुख की पिराप्ति के लिए ज़ारुरि है के हम पहले ज़िन्दगी को समझे । इंसान का सबसे बड़ा सत्रु है लालच और दुशरा है आलशय । लालच इस तरीके से है की इंसान की खुआइसे कभी पूरी नही होती अगर उस के पास दस करोड़ रुपया भी होगा जिससे बो अपनि ज़िन्दगी के हर लम्हे को एक खुसी के साथ बिता साक्ता है पूरी ज़िन्दगी को इन पेसो के सहारे खुसी से काट सकता है । लेकिन नही......
अगर उस के पास दस करोड़ रूपये भी हो जाए तो उस का दिल करेगा की ये कैसे बीस करोड़ हो जाए और लग जाएगा फिर उन्हें बीस करोड़ करने में । फिर अपना चेन सूकून उन्हें बीस करोड़ करने में लगा देगा । इसी तरहा अगर उस के पास एक गाड़ी हो तो बो चाहेगा कि उसके पास दो गाड़ी हो ।अगर एक घर हो जाता है तो सोचता है के उस के पास दो घर हो । बड़े कहते है की अगर इंसान को एक जंगल पूरा सोने का बना कर दे दिया जाये तो उस की चाहत होती है के उस के पास एक और सोने का जंगल हो ! इंसान इतना लालची होता ही है के उस की एकछा कभी पूरी नहीं हो सकती है !
अगर इंसान चाहता है कि वह अपनी जिन्दगी में खुशी के साथ जिए तो उसे अपने मन पर नियंत्रण रखना चाहिए और इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि वह इस दुनिया में थोड़े ही दिनों के लिए है और उसे हर लम्हे को एक खुसी के साथ बिताना चाहिए ! पेसो का लालच इंसान को अन्धा बना देता है तो उसे इस बात का ध्यान रखना चाहिए ! अगर इंसान को बाकई खुसी चाइये तो उस को डिशको मे जाने की बजाय किसी भी गरीब बच्चों को एक वक्त का खाना खिला कर देखो और उसे बही खाता हुआ देखो उसको !, आपको कितनी खुसी होगी, मेहगी गाड़ियों की बजाय कोई सस्ती गाड़ी ले लो और बचे हुऐ पेसो से किसी गरीब लोगों को सर ढकने का इंतज़ाम कर दो तो कितनी खुसी होगी उन्हे और उन्हे देख कर आपको भी खुसी होगी ! पेसो को बेयर्थ बेहाने की बजाय किसी गरीब की मदद करो तब आपको कितना अच्छा लगेगा आप इस बात का अंदाज़ा भी नहीं कर सकते हैं ! Jeeb जंतुओं पर दया करो ! इससे ऊपर वाला अपने आप जीवन के अंदर मिठास घोल देगा ! लेकिन ये शायद संभव नहीं है क्योंकि लोग सिर्फ लेना जानते ना कि देना ! आज के समय में तो ऎसा कि बल्कि अगर गरीबो का खून बेचकर भी पेसे कुम सकते है तो वह गरीबो का खून भी बेच देते है ! तो बोलो केहा से खुसी मिल सकेगी! भाइयो अगर सच मे आप ज़िंदगी का आनंद लेना चाहते हैं तो आप एक दूसरे की भावनाओं को समझो एक दूसरे के जीवन का हिस्सा बनो तब आपको लगेगा कि बाकी जिंदगी बहुत खूबसूरत है आप एक बार कोसिस कर के देखो किसी गरीब लोगों को खाना खिला कर देखो आप महसूस करेंगे !
Tha end
एय इंसान निकाल दिया तूने बक्त को दौलत के इस झमेले में ।।
अरे जिंदगी कितनी खूबसूरत है तू सोच कभी ये अकेले में ।
Hello friends .....
आज में आपकों बताऊंगा की हम जिंदगी के सुख के लिए कयो परेसान है । उसे खुसी कयो नही मिल रही जब की उस के पास जिंदगी जीने का हर नुष्का यानी दौलत सोहरत लेकिन फिर भी उस की ज़िन्दगी में सुख नही है ऐसा क्यों ? ये में आपको बताता हु.. . ..!
ज़िन्दगी में सुख की पिराप्ति के लिए ज़ारुरि है के हम पहले ज़िन्दगी को समझे । इंसान का सबसे बड़ा सत्रु है लालच और दुशरा है आलशय । लालच इस तरीके से है की इंसान की खुआइसे कभी पूरी नही होती अगर उस के पास दस करोड़ रुपया भी होगा जिससे बो अपनि ज़िन्दगी के हर लम्हे को एक खुसी के साथ बिता साक्ता है पूरी ज़िन्दगी को इन पेसो के सहारे खुसी से काट सकता है । लेकिन नही......
अगर उस के पास दस करोड़ रूपये भी हो जाए तो उस का दिल करेगा की ये कैसे बीस करोड़ हो जाए और लग जाएगा फिर उन्हें बीस करोड़ करने में । फिर अपना चेन सूकून उन्हें बीस करोड़ करने में लगा देगा । इसी तरहा अगर उस के पास एक गाड़ी हो तो बो चाहेगा कि उसके पास दो गाड़ी हो ।अगर एक घर हो जाता है तो सोचता है के उस के पास दो घर हो । बड़े कहते है की अगर इंसान को एक जंगल पूरा सोने का बना कर दे दिया जाये तो उस की चाहत होती है के उस के पास एक और सोने का जंगल हो ! इंसान इतना लालची होता ही है के उस की एकछा कभी पूरी नहीं हो सकती है !
अगर इंसान चाहता है कि वह अपनी जिन्दगी में खुशी के साथ जिए तो उसे अपने मन पर नियंत्रण रखना चाहिए और इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि वह इस दुनिया में थोड़े ही दिनों के लिए है और उसे हर लम्हे को एक खुसी के साथ बिताना चाहिए ! पेसो का लालच इंसान को अन्धा बना देता है तो उसे इस बात का ध्यान रखना चाहिए ! अगर इंसान को बाकई खुसी चाइये तो उस को डिशको मे जाने की बजाय किसी भी गरीब बच्चों को एक वक्त का खाना खिला कर देखो और उसे बही खाता हुआ देखो उसको !, आपको कितनी खुसी होगी, मेहगी गाड़ियों की बजाय कोई सस्ती गाड़ी ले लो और बचे हुऐ पेसो से किसी गरीब लोगों को सर ढकने का इंतज़ाम कर दो तो कितनी खुसी होगी उन्हे और उन्हे देख कर आपको भी खुसी होगी ! पेसो को बेयर्थ बेहाने की बजाय किसी गरीब की मदद करो तब आपको कितना अच्छा लगेगा आप इस बात का अंदाज़ा भी नहीं कर सकते हैं ! Jeeb जंतुओं पर दया करो ! इससे ऊपर वाला अपने आप जीवन के अंदर मिठास घोल देगा ! लेकिन ये शायद संभव नहीं है क्योंकि लोग सिर्फ लेना जानते ना कि देना ! आज के समय में तो ऎसा कि बल्कि अगर गरीबो का खून बेचकर भी पेसे कुम सकते है तो वह गरीबो का खून भी बेच देते है ! तो बोलो केहा से खुसी मिल सकेगी! भाइयो अगर सच मे आप ज़िंदगी का आनंद लेना चाहते हैं तो आप एक दूसरे की भावनाओं को समझो एक दूसरे के जीवन का हिस्सा बनो तब आपको लगेगा कि बाकी जिंदगी बहुत खूबसूरत है आप एक बार कोसिस कर के देखो किसी गरीब लोगों को खाना खिला कर देखो आप महसूस करेंगे !
Tha end
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